शुक्राणुओं (स्पर्म) को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें
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पुरुषों की प्रजनन कोशिकाओं को शुक्राणु या स्पर्म कहा जाता है। यही शुक्राणु जो प्रजनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप शायद ही इस बात को जानते होंगे कि आप जो भ खाते हैं, उनका असर स्पर्म पर भी जरूर पड़ता है। ऐसे में, जहाँ स्वस्थ आहार, स्पर्म को जीवनदायिनी शक्ति प्रदान करता है, वहीं दूसरी और यदि व्यक्ति ऐसी चीजों का सेवन करे जो शुक्राणुओं के लिए नुकसानदायक हो तो यह आहार धीरे-धीरे व्यक्ति को यौन रोगी भी बना सकता है।
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नीचे दिए गए आहार पुरुषों की यौन क्षमता और शुक्राणुओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।
जैसे:-
डिब्बा बंद आहार- डिब्बा आहार का प्रयोग शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को प्रभावित करता है, क्योंकि इसके प्लास्टिक में बिस्फेनॉल-ए नामक रासायनिक पदार्थ पाए जाते हैं, जो हार्मोन को प्रभावित करते हैं। इस प्रकार के रासायनिक पदार्थ, खाद्य पैकेजिंग से आते हैं, जो शुक्राणुओं को कमजोर बना देते हैं। इसके अलावा कई खाद्य और पेय पदार्थों के डिब्बे के अंदर बीपीए (BPA) युक्त राल और उच्च स्तर के अम्लीय खाद्य पदार्थ पाए जाते हैं, जो खासतौर पर कुछ फलों और टोमेटो सॉस में पाए जाते हैं। ऐसे में हमेशा ताज़ा स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों का प्रयोग करें।
शराब- अत्यधिक मात्रा में शराब का प्रयोग शुक्राणु को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में शराब का सिमित मात्रा में प्रयोग करें, खासकर यदि आप बच्चे की योजना बना रहे हैं तो शराब का सेवन ने करें।
संतृप्त वसा- शोध के मुताबिक एक आहार में उच्च संतृप्त और मोनो असंतृप्त वसा पाई जाती है, जो शुक्राणुओं को प्रभावित करती है। उदाहरण के तौर पर, बेकन, प्रोसेस्ड मांस, सॉस, हैम और मक्खन शुक्राणु की गतिशीलता को प्रभावित कर सकता है।
इसके अलावा भी कुछ ऐसे ऐसी चीजें हैं, जिनसे स्पर्म की गति शीलता प्रभावित होती है।
जैसे:
ड्रग्स- बहुत सी ऐसी दवाएं और औषधि हैं, जो शुक्राणु पर हानिकारक प्रभाव डालता है। जिसमें ओपिएट्स, स्टेरॉयड और साइटोटोक्सिक जैसी दवाएं शामिल हैं, जो कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा शराब का सेवन बांझपन का सबसे बड़ा कारण बन सकता है, ऐसे में कम से कम शराब का सेवन करें।
धूम्रपान- धूम्रपान करने वाले लोगों में प्रजनन क्षमता और शुक्राणु की गतिशीलता पर विपरीत पड़ता है। ऐसे में लोगों को फर्टिलाइजेशन के दौरान धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए।
तापमान- ज्यादा उच्च तापमान का असर भी शुक्राणुओं पर पड़त सकता है, उदाहरण के तौर पर, गर्म पानी के टब में स्नान, ज्यादा गर्म पानी से शॉवर लेना।
कपड़े- वैसे तंग अंतः वस्त्र पहनने से, खासकर यदि वह सिंथेटिक हो तो नंपुसकता का कारण भी बन सकता है। इसीलिए हमेशा आरामदायक और सूती अंतः वस्त्र ही पहनने चाहिए।
पुरुषों में, स्वस्थ यौन जीवन के लिए जहाँ एक और स्वस्थ खान-पान आवश्यक होता है, वहीं दूसरी और उन्हें इस बात की जानकारी होना भी आवश्यक है कि कौन-कौन सी चीजें उनके लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। यदि व्यक्ति इस बात को लेकर शुरुआत से ही सचेत रहे तो उन्हें भविष्य में यौन रोगों जैसी परेशानी को शायद ही झेलना पड़े।
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